महाकुंभ मेले में मची भगदड़, प्रशासन पर उठे सवाल, 8 करोड़ श्रद्धालुओं की जान खतरे में
kumbh news: प्रयागराज स्थित महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या के मौके पर अमृत स्नान को लेकर भगदड़ मच गई। अमृत स्नान को लेकर बुधवार को इतनी भीड़ उमड़ी की देखते ही देखते अफरा तफरी मच गई। इस अफरा तफरी में श्रद्धालु एक दूसरे पर गिरते चले गए, और इस भगदड़ में दम घुटने से कई लोगों की मौत होने की आशंका है। हालांकि अब तक सरकार और प्रशासन की ओर से आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है, इस बीच अखाड़े की ओर से अमृत स्नान करने का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। आपको बता दे कि फिलहाल संगम नगरी में करीब 8 करोड़ श्रद्धालु मौजूद है।
सीएम योगी पर साधा निशाना
महाकुंभ में इस भगदड़ के बाद पंचायती अखाड़ा श्री निरंजन के महामंडलेश्वर प्रेमानंद पुरी ने कहा कि हमने पहले ही कहा था की कुंभ की सुरक्षा को सेना के हवाले किया जाए, लेकिन किसी ने हमारी बात नहीं सुनी। इतनी जनता आने के बाद यह पुलिस के संभालने का काम नहीं है। मेरा मन बहुत व्यथित है मैं अखाड़े में अपने साथियों से कह कर आया कि आप लोग यहां से यह अनाउंस मत कीजिए कि यह सब हो गया है आप धीरे-धीरे अपने भक्तों से अपने कैंपों में लौटने के लिए कहिए, क्योंकि इससे वही भी भगदड़ मचने के आशंका है। अगर कुंभ सेवा के हवाले किया जाता तो मुझे नहीं लगता कि इतना बड़ा हादसा होता।
अमृत स्नान हुआ रद्द
इस बीच महाकुंभ में मौनी अमावस्या की अमृत स्नान कार्यक्रम को फिलहाल रोक दिया गया है। मौनी अमावस्या पर अखाड़ों के अमृत स्नान का कार्यक्रम रद्द किया गया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी की माने तो संगम क्षेत्र में भगदड़ की घटना के बाद अमृत स्नान का कार्यक्रम तुरंत ही बंद कर दिया गया। वहीं महाकुंभ भगदड़ पर पीएम मोदी ने 1 घंटे में दो बार सीएम योगी को फोन भी मिला दिया पीएम मोदी ने महाकुंभ मेले में हालात पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से बातचीत की उन्होंने स्थिति की समीक्षा की और तुरंत मदद के उपयोगी पर जोर दिया।
योगी आदित्यनाथ का भक्तों से अपील
वही महाकुंभ मेले में भगदड़ के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से अपील की है की मां गंगा के जो जी घाट के समीप है वही स्नान करें संगम की ओर जाने का प्रयास न करें। स्नान के लिए कई स्नान घाट बनाए गए हैं, वहां पर भी स्नान किया जा सकता है प्रशासन के निर्देश का अनुपालन करें और व्यवस्था बनाने में सहयोग करें।